मैं खुश हूं तू अब साथ नहीं नहीं कोई आपसा पत्थर सब हर आह पे अब दिल घबराता नहीं आह को परखना सीख लिया है अब कोई गम नहीं ऐसी रीत नहीं

Hindi पछतावा नहीं अब कोई Poems